रविवार, 24 फ़रवरी 2008

स्ट्रगलिंग मैन-राजेश...

पहले प्रकृति फिर गरीबी की मार ने राजेश को अभावों के भंवर में गोते मारने के लिए छोड़ दिया, लेकिन मेहनत से राजेश हाथ की रेखाओं पर जमीं धूल को बुहारने में जुटे हैं.

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